थप-थप
गाड़ी आने की कोई सही सूचना नहीं मिल पा रही थी, इधर प्यास से मेरा गला सूखे जा रहा था. अजीब स्टेशन था बाँकुड़ा! पानी का पाइप फट गया था, दो दिन से पानी नहीं आ रहा था. देखा- प्लेटफॉर्म पर मुश्किल से...
View Articleगली का कुत्ता
परिवार के सभी लोग इकट्ठे बैठे थे. ऐसा आज तक नहीं हुआ था कि दादा-दादी और माँ-बाबूजी के साथ-साथ-दोनों चाचा भी मिलकर एक साथ बैठे हों. और तो और, तीन महीने के छोटे भाई को भी मां ने अपनी छाती से लगाए-दुपट्टे...
View Articleअपराध-बोध
खुलासा कर देना आवश्यक है कि और सज्जन होते होंगे, किन्तु मै जन्मजात कवि नहीं था. बल्कि उल्टे मुझे कविता से डर लगता था (उस कविता से नहीं, जिसका जिक्र आगे है). कविता के रूप में मैने जो पहला गाना ध्यान...
View Articleकहि न जात- गली का कुत्ता
कहानी 'गली का कुत्ता'दो सहेलियों की आपसी बात-चीत पर आधारित है. इसमें दिखाने की कोशिश की गयी है कि बच्चे कैसे सोचते हैं, उनके मन में कोई स्थाई मैल या बैर नहीं नहीं रहता. साथ ही पल में माशा, अगले पल...
View Articleहुआ, हुआ- न हुआ सुख
क्या नाम दूं उस सुख को- जो हो कर भी नहीं है. एक ऐसा सुख, जिसका अनुभव तो कर सकते हैं, किन्तु भोग नहीं सकते. उदाहरण के लिए- आप को पता चलता है कि जिस बस से जाने वाले थे उसके सभी यात्रियों को रास्ते में...
View Articleअण्डा डाल
मैं मैट्रिक पास करने के बाद नौकरी की खोज में अपने शहर लुधियाने से मामाजी के पास आ गया था, जो हरियाणा के सोनीपत में रहते थे. मामाजी फैक्ट्रियों मे खपत होने वाली डाईयों तथा केमिकल आदि के होल-सेल विक्रेता...
View Articleआप बड़े 'वो'हैं!
‘वो’ की शख्शियत या परिचय जानने को जमाना जितना उत्सुक पहले था, उतना ही आज भी है. कहा जा सकता है कि आज लोग कुछ ज्यादा ही उत्सुक हैं. सबसे पहले बात आ जाती है उसकी- यानी ‘वो’ जो सबसे ऊपर बैठा है. उसका...
View Articleमेगा मेमोरी और रामलुभावन
उस दिन मेरा मन बहुत उदास था. हाँलाकि मेरा मित्र राजेश एक जानी-मानी एयरलाईन कम्पनी में डिप्टी मार्केटिंग ऑफिसर बन गया था और मुझे पत्नी के साथ गोवा आने-जाने का हवाई टिकट गिफ्ट में देने के लिए कई बार फोन...
View Articleलकड़-बिल्ला
लकड़-बिल्ला यदि आपसे प्रश्न करूं कि- ‘कोई हो- मगर नहीं हो’. अथवा “कुछ नहीं हो- फिर भी हो” तो शायद आप झुंझला कर कहें कि ऐसी सुघर, कर्ण-प्रिय और बुद्धि-विदारक प्रश्नावली रच सकते हो, तो क्यों न जाकर...
View ArticleThap-Thap (Assamese Translation)
থপ-থপগাড়ী কেতিয়া আহিব তাৰ সঠিক খবৰ পাব পৰা নাছিলো৷ ইফালে পিয়াহতে মোৰ ডিঙি লুকাই গৈছিল৷ কিযে আচৰিত স্টেচন এই বাঙ্কুৰা৷পানীৰ পাইপ ফাটি গৈছিল, দুদিন ধৰি পানী অহা নাছিল৷ চাই দেখিলো, প্লেটফৰ্মত খুব বেছি...
View Articleभांग का सेवन
भांग का सेवनलोग-बाग बताते है कि भांग का सेवन करने से आदमी किसी अन्य लोक में पहुँच जाता है, लेकिन होली के दिन भांग की ठंडाई पी तो मुझे नींद आ गई, और जैसा कि भांग का धर्म है- मैं स्वप्न-लोक में विचरण...
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